1. सिंह ने पाँच लगातार कार्यकाल निभाया, जो 1 अक्टूबर, 1991, से 14 जून, 2019, तक चला।

2. वे राजस्थान से फिर से संसद में शामिल हुए हैं।

3. उन्होंने मार्च 21, 1998, से मई 21, 2004, तक राज्य सभा में विपक्ष के नेता के रूप में काम किया।

4. उन्हें भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए बार-बार आरोपित किया है।

5. उन्होंने भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना किया है।

6. उन्होंने भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना किया है।

7. सिंह ने भारत की आर्थिक उदारीकरण में अहम भूमिका निभाई।

8. वे राज्य सभा के सदस्य थे और आर्थिक मामलों में महत्वपूर्ण संदेश प्रदान किया।

9. उन्होंने राज्य सभा में विपक्ष के रूप में कार्य किया और विवादों का सामना किया।

10. उनका कार्यकाल इतिहास में महत्वपूर्ण है, जिसने राजनीतिक मंच पर उच्च स्थान बनाया।

मनमोहन सिंह का योगदान आर्थिक उदारीकरण में अहम रहा। इस वेब स्टोरी में उनके 10 महत्वपूर्ण कार्यकाल पर ध्यान केंद्रित किया गया है।"