रवीना टंडन पर हमला एक बेहद पॉश इलाके में हुआ, जिसे आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है।

हमले का समय उनके किसी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की घोषणा से ठीक पहले हुआ।

घटना स्थल पर मौजूद सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई, जिससे पुलिस की जांच मुश्किल हो गई।

पुलिस ने प्रारंभिक जांच में जिन लोगों को संदिग्ध माना था, वे बाद में निर्दोष साबित हुए।

हमले के वक्त कई लोग मौजूद थे, लेकिन कोई प्रत्यक्षदर्शी सामने नहीं आया।

रवीना टंडन का कुछ समय पहले एक बड़े उद्योगपति के साथ विवाद हुआ था, जिससे इस हमले को जोड़ा जा रहा है।

रवीना के सुरक्षा कर्मियों ने हमले के समय अजीब सी चूक की, जो सामान्य नहीं है।

मीडिया ने इस घटना को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया, जिससे मामले में और भी पेचीदगी आ गई।

रवीना के परिवार ने घटना के बारे में बिल्कुल भी टिप्पणी नहीं की, जो संदिग्ध है।

यह हमला रवीना की पुरानी दुश्मनी का नतीजा भी हो सकता है।