सुनील शेट्टी और अक्षय खन्ना बॉर्डर फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे। उनके स्थान पर अन्य कलाकारों को विचार किया गया था।

सनी देओल ने अपने संवादों की तैयारी के लिए महीनों तक अभ्यास किया ताकि वे अपने किरदार को वास्तविकता में जी सकें।

फिल्म की कहानी भारतीय सेना के असली सैनिकों के अनुभवों पर आधारित है जिन्होंने 1971 के युद्ध में भाग लिया था।

फिल्म की शूटिंग राजस्थान के जैसलमेर में की गई थी, जो अपने रेतीले इलाके और कठिन मौसम के लिए प्रसिद्ध है।

 फिल्म की मूल स्क्रिप्ट में कई बदलाव किए गए थे ताकि इसे और अधिक रोमांचक और वास्तविक बनाया जा सके।

 निर्देशक जे.पी. दत्ता ने फिल्म की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इसे बखूबी निर्देशित किया, जिससे यह दर्शकों के दिलों में बस गई।

अनु मलिक द्वारा रचित संगीत ने फिल्म की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके गाने आज भी लोकप्रिय हैं।

 बॉर्डर फिल्म ने कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीते, जिनमें बेस्ट फिल्म और बेस्ट डायरेक्टर शामिल हैं।

बॉर्डर फिल्म का बजट उस समय की सबसे महंगी फिल्मों में से एक था।

 फिल्म को समीक्षकों से बेहद सकारात्मक समीक्षा मिली और इसे युद्ध फिल्मों की श्रेणी में उच्च स्थान दिया गया।